गाजियाबाद: महानगर के 10 औद्योगिक क्षेत्रों के रखरखाव की जिम्मेदारी फिर से उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को मिलने जा रही है। जिससे जनपद की 5,100 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को दोहरे कर से भी राहत मिल जाएगी। औद्योगिक क्षेत्रों के विकास में भी किसी प्रकार की रुकावट भी नहीं आएगी। प्रदेश सरकार ने औद्योगिक विकास विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब शासनादेश आते ही हस्तांतरण की औपचारिकताओं को पूरा किया जाएगा।
फिलहाल, जिले के दस औद्योगिक क्षेत्रों के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम संभाल रहा है। इन औद्योगिक क्षेत्रों में बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र, लोनी रोड औद्योगिक क्षेत्र, मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र, साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र, कविनगर औद्योगिक क्षेत्र, साउथ साइड जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र, मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर-3 व सेक्टर-5, उद्योग कुंज औद्योगिक क्षेत्र और लोहामंडी शामिल है।
हालाकि, इन औद्योगिक क्षेत्रों को यूपीसीडा ने ही विकसित किया था, लेकिन बाद में इनके रखरखाव के लिए नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया गया था। यूपीसीडा की ओर से विकसित किए गए इन औद्योगिक क्षेत्रों में आवंटित भूखंडों की संख्या 5,100 से अधिक बताई जाती है, जिनमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) की संख्या सबसे ज्यादा है। राज्य कैबिनेट की बैठक में प्रदेशभर के 154 औद्योगिक क्षेत्रों को यूपीसीडा को सौंपने का फैसला हो चुका है।
इन औद्योगिक क्षेत्रों की इकाइयों से यूपीसीडा ही रखरखाव शुल्क लेगा। इस फैसले के लागू होने के बाद औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों के निर्माण सहित रखरखाव संबंधित सभी सेवाएं देने के लिए यूपीसीडा जिम्मेदार होगा। शनिवार को एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान यूपीसीडा के अधिकारियों ने भी उद्यमी संगठनों इसकी जानकारी दी।
नगर निगम में टैक्स का 60 प्रतिशत ही खर्च करने का नियम
नगर निगम को हस्तांतरित औद्योगिक क्षेत्रों से वसूले गए संपत्ति कर का 60 प्रतिशत अवस्थापना निर्माण और मरम्मत कार्य पर खर्च कराने का नियम है, लेकिन यह राशि पर्याप्त नहीं हो पाती। उद्यमी संगठन औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए अलग से बजट की मांग उठाते रहे हैं। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-25 और 2024-25 में अब तक करीब 44 करोड़ रुपया औद्योगिक क्षेत्रों से संपत्ति कर के रूप में वसूला गया है, नियम 60 प्रतिशत खर्च का है लेकिन निगम 69 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है।
जनपद के औद्योगिक क्षेत्र में कुल कितने उद्योग
बुलंदशहर औद्योगिक क्षेत्र -778
लोनी रोड औद्योगिक क्षेत्र -497
मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र -294
साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र -1806
कविनगर औद्योगिक क्षेत्र -219
साउथ साइड जीटी रोड -1011
मेरठ रोड सेक्टर-22 क्षेत्र -60
उद्योग कुंज औद्योगिक क्षेत्र -91
लोहा मंडी औद्योगिक क्षेत्र -412
10 औद्योगिक क्षेत्र यूपीसीडा को हस्तांतरित किए जाने हैं, इसके शासनादेश का इंतजार किया जा रहा है। हालाकि, प्राधिकरण ने अवस्थापना संबंधित कार्य के लिए 200 करोड़ रुपये के टेंडर हो चुके हैं।